जान अटकी है ऐसी, बिना उसके कैसे जिए जा। जान अटकी है ऐसी, बिना उसके कैसे जिए जा।
किसी दास्तान में उलझ पड़े हैं, जिसे देखा नहीं कभी उस शख्स से मिलने को तरस रहे हैं. किसी दास्तान में उलझ पड़े हैं, जिसे देखा नहीं कभी उस शख्स से मिलने को तरस रह...
ख़ुशी और गम से भरे हुए मेले, ज़िन्दगी के बेहिसाब झमेले। ख़ुशी और गम से भरे हुए मेले, ज़िन्दगी के बेहिसाब झमेले।
वक्त सर्वगुण संपन्न एक अदृश्य शक्ति है न जाने वो क्या क्या कर जाता है। वक्त सर्वगुण संपन्न एक अदृश्य शक्ति है न जाने वो क्या क्या कर जाता है।
तन साँस छोड़े उसके पहले एक बार तुम आओ तो सही। तन साँस छोड़े उसके पहले एक बार तुम आओ तो सही।
क़लम पुरानी है तो क्या हुआ, ख़्वाब तो है अभी भी नए। क़लम पुरानी है तो क्या हुआ, ख़्वाब तो है अभी भी नए।